नेपाल की आर्थिक नाकेबंदी की बात अफवाह
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काठमांडू । नेपाल को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति रोकने संबंधी खबरों को भारत ने खारिज कर दिया है। नेपाल में भारत के राजदूत रंजीत राय ने कहा कि हमने किसी भी तरह की आर्थिक नाकेबंदी नहीं की है। नेपाल में हो रहे उपद्रव के चलते आवश्यक वस्तुओं की कमी हुई है। बुधवार को आवश्यक वस्तुओं और पेट्रोलियम उत्पादों को लेकर भारतीय ट्रकों ने नेपाल में प्रवेश भी किया है।
वहीं, दूसरी ओर एक वरिष्ठ नेपाली नेता ने भारत पर अंतरराष्ट्रीय नियमों को तोड़ने का आरोप लगाया है। राजनीतिक दल यूएमएल के प्रमुख केपी ओली ने कहा कि भारत ने सीमा पार से होने वाले व्यापार को रोककर नेपाल में ईधन की कमी ला दी है। यह अंतराष्ट्रीय नियमों की अवहेलना है।
भारत चाहता है शांति
भारतीय राजदूत रंजीत राय ने मीडिया से कहा कि पड़ोसी देश नेपाल में भारत शांति और स्थिरता चाहता है। उन्होंने कहा कि सभी बड़े राजनीतिक दलों से संपर्क कर मामले को जल्द सुलझाने की अपील की है। राय ने कहा कि आंतरिक कारणों से नेपाल में यह समस्या पैदा हुई है और केवल सरकार और मधेसी पार्टियों के बातचीत से समाधान होगा।
300 से ज्यादा ट्रकों को मिला प्रवेश
भारत से आवश्यक वस्तुओं और पेट्रोलियम पदार्थों को लेकर बुधवार को 300 से ज्यादा ट्रकों ने नेपाल में प्रवेश किया है। इससे ईधन, दवाओं और खाद्य पदार्थों की कमी से जूझ रहे नेपाल को राहत मिलने की उम्मीद है। ज्यादातर ट्रक नेपाल के सोनौली से लगी सीमा से प्रवेश किए हैं।
मधेसी समुदाय है आंदोलनरत
संविधान में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने के कारण नेपाल में मधेसी और थारू समुदाय के लोग आंदोलन कर रहे है। अभी तक कम से कम 40 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले हफ्ते से मधेसियों ने भारत से सटी सीमाएं भी सील कर दी थी। स्रोत:जागरण 

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