मधेश अब काठमाडौं से नाता तोडेगा : सिरहा में मधेशियों का गर्जन
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मनोज बनैता,लाहान,१९भाद्र ।
संयुक्त लोकतान्त्रिक मधेशी मोर्चा ने कल सिरहा के मिर्चैया में मधेश मुक्ति महाकुम्भ के विशाल सभा की जिसमें कई जिले से आए हुए कार्यकर्ता और जनमानस शामिल थे । जो भीड़ मिर्चैया के हाइवेप र दिखी वो महाकुम्भ मेले से कुछ कम नही थी । लोग इतनी बड़ी तादाद मे थे कि मानों माहासागर सड़क पे उतर आया हो । मधेशी दल के दिग्गज नेतागन एवं कार्यकर्ता लोगों का मन खुशी से झूम उठा और जोर जोर से लगा दी जय मधेश के नारे । हजारों की संख्या में तैनात पुलिस एक झुण्ड बना के अपने आपको सुरक्षा देते हुऐ उस भीड़ को निहारते रहे कोई भी हरकत करने की कोशिश नहीं की ।
महाकुम्भ सभा को सम्बोधित करते हुए संघीय समाजवादी फोरम के अध्यक्ष उपेन्द्र यादव ने कहा कि खसवादीयो के खून में ही है गन्दगी क्योंकि ये भेदभावी और पक्षपाती हैं । ये लोग काठमाडौं के आन्दोलनकारीयों पर बरसाते हैं पानी के फव्वारे और मधेश में बरसाते हैं गोली और बम । उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नश्लभेद का सरकार ने अन्त नहीं किया तो मधेश स्वतन्त्र देश बन के रहेगा । उन्हाेंने सरकार को एक नसीहत दी है कि अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा मधेशीयो को अपना खोया हुवा पहचान दें । यादव ने ये भी कहा कि मधेशीयों को समानुपातिक ढंग से सेना, पुलिस मे शामिल करें और आत्मनिर्णय का अधिकार दें । उन्होंने स्वायत मधेश सरकार का भी जिक्र किया और बोले कि स्वायतता के बाद ही आन्तिरिक उपनिवेशवाद को अन्त किया जा सकता है।
इसी तरह तमलोपा अध्यक्ष महन्त ठाकुर ने कहा कि मधेशी अब किसी की भी गुलामी नहीं करेगा । मधेशी स्वयं सक्षम है मधेश चलाने में । काठमाडौं के शासक लोगों के कहने पर अब नहीं चल सकता है मधेश । उन्होने ये भी कहा कि सरकार से वार्ता का कोइ औचित्य नहीं है । उन्होंने कहा कि केवल एक शर्त पर मधेशी वार्ता का माहैल बनाएगा । सबसे पहले सरकार ८ और २२ बुदोंं वाला समझौता कार्यान्वयन करें और मधेश में परिचालित सेना को वापस करें । उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार मधेशी मन को बुझने की कोशिश नही की तो मधेश का सम्वन्ध काठमाडौं से सदा सदा के लिए टूट सकता है । उन्होंने ने थोड़ा इतिहास की भी बात कही और वोले कि काठमाडौं मे पहले मधेशी की शासन व्यवस्था थी इसलिए मधेश और मधेशी मर्यादा में अगर कोइ ठेस पहँुचाने कि कोशिश की तो ये हमें बर्दास्त नही । जाते जाते ठाकुर ने एक बार फिर सरकार को धमकी दे डाली और कहा कि सामाजिक और राजनैतिक मागों को बन्दुक दिखाकर मत दवाओ वरना तुम खसवादीयो को भागने का भी रास्ता नहीं सुझेगा ।
सदभावना के सहमहासचिव राजकुमार उर्फ राजु गुप्ता ने राजेन्द्र महतो की ओर से अपने बात कही । वो वोले की लाहान के आन्दोलन से संघीयताकी शंख बजी है इसीलिए हम ये मुद्दा किसी भी कीमत पर छोड़ नहीं सकते चाहे हमे अपनी जान ही गँवानी क्यों न पडें । दूसरी बात मधेश का एक इन्च भाग भी हमें पहाड़ के साथ जोड़ा गया तो हम नहीं सहेंगे । जाते जाते उन्होंने कार्यकर्ता एवं मधेशी जनता को गाँव गाँव और शहर शहर में मधेश सरकार का बोर्ड लगाने की बात कही ।
इसी तरह तमसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र राय ने मधेश के भूभाग को दो प्रदेश में बाँटने की बात कही । उन्होंने कहा कि झापा से लेकर पर्सा तक एक प्रदेश और चितवन से कन्चनपुर तक दूसरा प्रदेश हमें चाहिए । उन्होंने ये भी कहा कि खसवादी चाहे जितना प्रदेश बनाए पहाड़ में हमें उससे कोइ लेना देना नही है।
कार्यक्रम मे पूर्व सभासद तथा फोरम नेपाल के केन्द्रिय सदस्य विजय यादव,तमलोपा का सुरेश मण्डल, रामकुमार मण्डल लगायत ने भाषण दिया । स्रोत;हिमालिनी