जनकपुर में हिंसक हुआ आंदोलन, भट्टाराई की सभा में आगजनी
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नेपाल में संविधान विरोधी आंदोलन दिनोदिन उग्र होता जा रहा है। जनकपुर, सनौली, भैरवा सहित कई जगहों पर मंगलवार को हिंसा हुई। जनकपुर में पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई की सभा में मधेसी प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल किया। संविधान की प्रति जलाने से पूर्व प्रधानमंत्री के इन्कार करने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मंच को आग के हवाले कर दिया और तोड़फोड़ की। भट्टाराई के समर्थकों की पिटाई भी की गई।
प्रचंड पर बरसे
हिमालयन टाइम्स के अनुसार जनकपुर हवाई अड्डे के पास प्रदर्शनकारियों से भट्टाराई को बचाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इस दौरान सात प्रदशर्नकारी घायल हो गए। भट्टराई ने संविधान के विरोध में पिछले दिनों यूसीपीएन-माओवादी और संविधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जनकपुर पहुंचते ही उन्होंने माओवादी प्रचंड पर मधेसियों व अन्य अल्पसंख्यक समुदायों को धोखा देने का आरोप लगाया।
चीनी चैनल ऑन
भैरवा और सनौली में सीमा पर डटे मधेसियों को हटाने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया। इस बीच, नेपाल में भारतीय टीवी चैनलों का प्रसारण बंद कर दिया गया है। इनकी जगह चीनी और पाकिस्तानी चैनल दिखाए जा रहे हैं।
४६ दिनों से आंदोलनरत
संविधान में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने के कारण 51 दिनों से मधेसी और थारू समुदाय के लोग आंदोलनरत है। हिंसक विरोध-प्रदर्शनों में अब तक 40 से ज्यादा की मौत हो चुकी है। पिछले हफ्ते से मधेसियों ने भारत से सटी सीमाएं सील कर रखी हैं। इसके कारण नेपाल में ईधन, दवाओं और खाद्य पदार्थो की किल्लत हो गई है।