हिम्मत है तो सेना परिचालन करके देखें, मधेशी जनता जवाब देने के लिए तैयार है : उपेन्द्र यादव
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यह संविधान जनता का संविधान नही चार वाहुन नक्सवालवादी का संविधान है : महन्थ ठाकुर
मधेशी जनता मधेश में दो प्रदेश किसी भी हालत में लेकर रहेगा: राजेन्द्र महतो
मधेशी जनता का अधिकार लेने से कोई नही रोक सकता है : महेन्द्र राय यादव
संघीय समाजवादी फोरम नेपाल के अध्यक्ष उपेन्द्र यादव ने कहा है कि मधेश में जारी आन्दोलन अपना अधिकार लेकर रहेगा । सरकार जिस प्रकार से मधेश के पाँच जिला में सेना परिचालन की बात कर रही है अगर है हिम्मत तो मै कहता हूँ सेना परिचालन करके देखें । मधेशी जनता उसका भी जवाब देने के लिए तैयार है चुनौती देते हुए कहा ‘यह सरकार पतन की ओर जा रही है और अब मधेशी जनता नेपाल चलाऐगा ।’धनुषा के ढल्केवर में बुधवार आयोजित विरोध सभा में उन्होने सरकार वार्ता को परिणाम मुखी नही अन्तर्राष्ट्रिय स्तर में देखाने के लिए नाटक कर रही है । मधेश का राजनीतिक माँग वार्ता और सम्वाद से ही सम्भव है और मोर्चा भी वार्ता करना चाहती है । किन्तु सरकार वार्ता से डर रही है ।
देश का ७६ प्रतिशत राजस्व मधेशी देता है और सरकार मधेशी जनता का ही शोषण कर रही है । मधेशी जनता अधिकार माग्ने पर उन्होने माथा और छाती मे गोली ठाय…ठाय.. मार रहा है । उन्होने मानव अधिकारवादी उपर भी प्रश्न करते हुए कहा कि अभी कहाँ है राष्ट्रिय,अन्तर्राष्ट्रिय मानव अधिकारवादी । मानव अधिकार को अन्तर्राष्ट्रिय कानून को उल्लंघन होने के वावजूद क्यो नही चुप बैठी है ।
उन्होने यह भी स्पष्ट किया कि असहयोग आन्दोलन अन्तर्गत नेपाल भारत सीमा मोर्चा ने अवरुद्ध किया है और नेपाली शासक को कहते हुए लज्जा बोध हो रही की मोर्चा ने नाका अवरुद्ध किया है इसलिए भारत पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है । मै कहता हूँ आज ही यह सरकार मधेश का माँग पुरा करके देखे फिर नाका खुलता है कि नही ।
उसी प्रकार तराई मधेश लोकतान्त्रिक पार्टी का अध्यक्ष महन्थ ठाकुर ने कहा मधेशी जनता का माग संबोधन नही किया तो देश में बहुत बडी दुर्घटना होने की सम्भावना है । यह संविधान जनता का संविधान नही चार वाहुन (एमाले, काँग्रेस, एमाले, राप्रपा नेपाल) का नक्सवालवादी संविधान है । जो बन्दुक की नोक पर शासन करना चाहती है । उन्होने यह भी कहा अभी तक खस शासक इतना मात्र समझा है कि वार्ता के माध्यम समस्या समाधान किया जा सकता है, किन्तु वार्ता के नाम में नाटंकी कर रहे है ।
उन्होने यह भी कहा कि जब नेपाल नही था उस समय मधेश में मिथिला, विराट, कर्नाट,सेनवंश का शासन चलता था । यह सरकार लुटेरो का सरकार है अस्पताल का चिकित्सक, नर्स, महिला, बालबालिका उपर आक्रमण कर प्रमाणित कर दिया है ।
ठाकुर ने कहा कि मधेशी जनता अपना शासन, प्रशासन विकास अपना करना चाहते है और स्वायत्त मधेश प्रदेश का माग करता है तो उसके उपर गोली चलाई जाती है । अपना उग्र चरित्र दिखता है ।उसी प्रकार सद्भावना पार्टी का अध्यक्ष राजेन्द्र महतो ने कहा कि मधेशी जनता मधेश में दो प्रदेश किसी भी हालत में लेकर रहेगा । उसी आर पार की लडाई के लिए सडक पर उतर चुका है । उन्होने यह भी कहा जितना लम्बा आन्दोलन होगा उतना अधिकार सुरक्षित होगा ।
तराई मधेश सद्भावना पार्टी का अध्यक्ष महेन्द्र राय यादव ने कहा खस शासक के कारण मधेशी जनता को काठमाडौं से नाता तोड्ने का समय आ रहा है । मधेशी जनता का अधिकार लेने से कोई नही रोक सकता है उन्होदे चेतावनी भी दिया ।
संयुक्त लोकतान्त्रिक मधेशी मोर्चा का धनुषा जिला संयोजक एवं फोरम का धनुषा जिल्ला अध्यक्ष शेषनारायण यादव के अध्यक्षता में हुआ कार्यक्रम में संघीय समाजवादी फोरम नेपाल का वीर बहादुर लामा, संघीय गणतान्त्रिक जनमुक्ति पार्टी का पोलिट व्युरो सदस्य सरोज पुलामी ,राष्ट्रिय मुस्लिम संघर्ष गठबन्धन का नेता असगर अली, तमसपा का जिला अध्यक्ष रुपनारायण मण्डल, सद्भावना का जिल्ला अध्यक्ष संजय सिंह ने विरोध सभा में बोला था । कार्यक्रम का सञ्चालन तमलोपा का जिला अध्यक्ष परमेश्वर साह ने किया था । विरोध सभा में धनुषा, महोत्तरी, सर्लाही, सिरहा का करीव ५० हजार नेता तथा कार्यकर्ता सहभागी थे ।